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जिंदगी की राहो पर

जिंदगी की राहों पर फिर दौड़ने लगे हम, फिर सपना कोई नया देखने लगे हम, एक अरसे से सूखी पड़ी इस बंजर जमीन को, महज कुछ बूंदों से फिर से सीचने लगे हम || बूंदे मिली है तो तालाब भी मिलेगा, ...