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जून, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्या हो गया मेरे देश को ये (Kya ho gya mere desh ko ye)

क्या हो गया मेरे देश को ये और क्या क्या यहां गवारा है सुना है कल फिर किसी भीड़ ने इंसानियत को मारा है शायद नहीं था भीड़ मे इंसान कोई नहीं देख सका कोई  आँखों का आब कैसे रुलाया है बांध के उस लाचार को और ख़तम किया परिवार के सब ख्वाब देखो जरा मारने वालो कितना तुमने रुलाया है उस परिवार के गुज़ारे का तुमने दम तुड़वाया है कैसे करते हो इतनी जुर्रत किसका तुमपे साया है समय के चक्रव्यूह से कोई नहीं बच पाया है किस मुँह से लेते हो राम जी का नाम तुमने राम जी का दिल भी दुखाया है किसी लाचार को बांध के मार देना राम जी ने कभी नहीं सिखलाया है डटे रहो मिल के एक साथ यही भारत देश की अखंडता है मिल के मनाओ ईद दिवाली यही भारतवर्ष की सुंदरता है

Aj ye pehli bar na tha(आज ये पहली बार ना था )

आज ये पहली बार ना था, इश्क़ या मोहब्बत बेकार ना था, अब हो गया तो क्यूँ बदनाम करू किसी अल्फाज़ को,  शायद हमारा दिल ही इसका हक़दार ना था || In Hinglish 👇👇 Aj ye pehli bar na tha, Ishq ya mohabbat bekar na tha, Ab ho gya to kyu badnaam kru kisi alfaaz ko Shayad hamara dil hi iska haqdar na tha ||

Kyu gya kareeb main (क्यूँ गया करीब मैं )

क्यूँ गया करीब मे, खुद को कोसने का मन करता है, क्या पाया है ज़मीर मेने, खुद को नोंचने का मन करता है, आज़ादी बहुत जी ली हमने, अब खुद को टोकने का मन करता है, ना पास जाते ना नजदीकियाँ बढ़ती, पैरो को काटने का मन करता है || In Hinglish 👇👇👇 Kyu gya kareeb main, Khud ko kosne ka man krta hai, Kya paya hai zameer mene, Khud ko nochne ka man krta hai, Azaadi bhot  jee li mene, Ab khud ko tokne ka man krta he, Na pas jate, na nazdeekiyan badhti, Pairo ko apne katne ka man krta hai,

Seekh rha hu tanha rehna

Seekh rha hu tanha rehna, Hu aakhir insan me, Chod diya sab kehna sunna, Na sunu ab jazbat me, Seekh jau tanha khush rehna, To phir hu Azaad me, Yhi sunlo mujhse yaro ab Nhi kuchh or mere pas me,

Papa mere jo kehlaye (पापा मेरे जो कहलाये)

पूरा दिन जो पसीना बहाए रहते हैं ज्यादातर झुंझलाये घर का बोझ सर पर उठाए डट के हर हालत से लड़ जाए पापा मेरे जो कहलाए || बच्चों के लिए हर कष्ट उठाए खुद अनपढ़ पर बच्चों को पढ़ाएं पढ़ाई में कोई बाधा ना आ जाए इसीलिए कभी कोई काम न करवाए पापा मेरे जो कहलाए || खाके धोखा अपनों से अपनों से कभी दूर ना जा पाए बस यही सोच कर करते भरोसा अलग अलग तरीके से खुदा आजमाएं पापा मेरे जो कहलाए || अपने लिए कभी कुछ ना लाए सिर्फ घरवालों को खुश करते जाएं पैसो को बहुत करीब से है जाना इसलिए कभी-कभी कंजूस भी कहलाए पापा मेरे जो कहलाए || ईद और दिवाली की इतनी फरमाइशे बिना सोचे समझें जो पूरी करवाये घोड़ा बन के जो सेर कराये कंधो पे बिठा के जो दशहरा घुमाये पापा मेरे जो कहलाए || गर किस्से सुनाऊ मे पापा के लाखो कविताए कम पड़ जाये गर करना चाहुँ शुक्रिया उनका पूरा जीवन भी कम पड़ जाये पापा मेरे जो कहलाए || In Hinglish 👇👇👇 Pura din jo pasina bahaye, Rehte hai jyadatar jhunjhlaye, Ghar ka bojh sar par uthaye,  Dat ke har halat se lad haye, Papa mere jo kehlaye|| Bachcho ke liye har kasht uthaye,

Achhe Kaam(अच्छे काम)

तुम्हारे हज़ारो अच्छे काम तब तक ही अच्छे है, जब तक के तुम कोई एक छोटी सी गलती नहीं कर देते || In Hinglish 👇👇👇 Tumhare hazaro achhe kam tab tak hi achhe he, Jab tak ke tum koi ek chhoti si galti nhi kar dete ||

Mana ki tumhe nhi dikhe hmare ansu

माना के तुम्हे नहीं दिखे हमारे आँसू , इसका मतलब ये तो नहीं के हम रोये नहीं , सुना था आँखे पढ़ लेती हो तुम हमारी , पढ़ो कभी के जान जाओगी कितने रात हम सोये नहीं , माना के ऊपर से सही सलामत दिखते है , इसका मतलब ये तो नहीं के हम टूटे नहीं , बहुत छोटी ही सही पर बेवफाई की तुमने , पर देखो हमारी जुर्रत के हम आज भी तुमसे रूठें नहीं || In Hinglish 👇👇 Mana ke tumhe nhi dikhe hmare ansu, Iska matlab ye to nhi ke hum roye nhi , Suna tha ankhe padh leti ho tum hmari , Padho ke kabhi jaan jaogi kitne rat hum soye nhi, Mana ke upar se sahi salamat dikhte he, Iska matlab ye to nhi ke hum tute nhi , Bahot chhoti si hi sahi par bewafai ki tumne , Par dekho hamari jurrat ke hum aj bhi tumse ruthe nhi || Thanks for reading 🙏🙏

Waqt hi h deewar mera

बेहद मोहब्बत है तुमसे जी जान से तुमको चाहता हुँ , बस वक़्त ही है दीवार मेरा जिसे देख के मे घबराता हुँ , हालत मेरी क्या बतलाऊ क्या जद्दोजहद मेरे मन मे है , हुँ मे उस रोज़ेदार की तरह जो बैठा है इफ्तारी मे , लगी है उसको प्यास बहुत गर्मी की दुश्वारी मे , ग्लास मे है वो पानी लिए नज़र टिकी उसकी काँटों पे , टिक टिक है चलती है कैसे घड़ी इफ्तारी के वक़्त साँसो मे , कुछ ऐसी ही है परिस्थिति मेरी तुम समझो जो मे कहता हुँ बस वक़्त ही है दीवार मेरा जिसे देख के मे घबराता हुँ ||

Ashqiya

समंदर किनारे वो सूर्यास्त की झलकियां दिन ढलने पर लौटती हुई कश्तिया तेरे साथ की हुई छोटी छोटी मस्तिया आज सताती है सब बन के अश्कियाँ | उलटी सीधी हरकतो से तेरा मुझे सताना तेरी कि हुई छोटी बड़ी गलतियां मेरे लिए तेरे रूह किया सिसकियाँ याद अति है आज बन के अश्कियाँ | फ़ोन पर किया हुई ढेर सारी बतिया बातो बातो मे जागना आधी आधी रतिया तुझे दी हुई गुलाब कि वो कालिया बन कर रह गयी आज सारी अश्कियाँ | तेरे साथ कि हुई वो खट्टी मीठी लड़ाईयाँ तेरे साथ ली हुई सारी अंगड़ाईयाँ तेरे लिए छोड़ी जो हमने पढ़ाईयाँ जान ले लेती है हर एक अश्कियाँ | अश्क़ तो उन आँसुओ को कहते है जो आँखों से निकला करते है जब दिल से बहे दर्द का दरिया तो उसे कहते है अश्कियाँ |

Ye bhi mohabbat hai

देख के तुझको मेरा यूँ ठहर सा जाना तुझसे बात करते वक़्त मेरा अजीब सा घबराना तेरे चेहरे के इक निशान पे मेरे नज़रो का रुक जाना ये भी मोहब्बत है || आंखे मेरी चाहे तुझे इक टक से देखना हक़ नहीं पर चाहता हुँ हक़ीक़त करना चाहे दिल पूरा दिन सिर्फ तेरे बारे मे सोचना ये भी मोहब्बत है || छोटी छोटी बातो मे तेरा यूँ नाजुक हो जाना आँसु छुपाने की साज़िश मे बार बार मेरी तरफ देखना इन्ही हरकतो से दिल के आख़री छोर तक उतर जाना ये भी मोहब्बत है || तेरी क़ातिलाना नज़रो पे पूरी शाम का यूँ गुज़र जाना रातो को तेरी यादो मे मेरी नींद का घर के बाहर रहना और सुबह सुबह तेरा मेरी चाय मे घुल जाना ये भी मोहब्बत है || तेरे बारे मे जिगरीयों को भी कुछ ना बता पाना इतनी सी उम्र मे तुझे मेरी शायरी मे घसीट लाना मालूम पड़ता है अनजाने मे मेरा इक तरफा आशिक हो जाना ये भी मोहब्बत है ||