क्या हो गया मेरे देश को ये और क्या क्या यहां गवारा है सुना है कल फिर किसी भीड़ ने इंसानियत को मारा है शायद नहीं था भीड़ मे इंसान कोई नहीं देख सका कोई आँखों का आब कैसे रुलाया है ब...
आज ये पहली बार ना था, इश्क़ या मोहब्बत बेकार ना था, अब हो गया तो क्यूँ बदनाम करू किसी अल्फाज़ को, शायद हमारा दिल ही इसका हक़दार ना था || In Hinglish 👇👇 Aj ye pehli bar na tha, Ishq ya mohabbat bekar na tha, Ab ho gya to kyu badnaam kru kisi alfaaz ko Shayad hamara dil hi iska haqdar na tha ||
क्यूँ गया करीब मे, खुद को कोसने का मन करता है, क्या पाया है ज़मीर मेने, खुद को नोंचने का मन करता है, आज़ादी बहुत जी ली हमने, अब खुद को टोकने का मन करता है, ना पास जाते ना नजदीकियाँ बढ़त...
Seekh rha hu tanha rehna, Hu aakhir insan me, Chod diya sab kehna sunna, Na sunu ab jazbat me, Seekh jau tanha khush rehna, To phir hu Azaad me, Yhi sunlo mujhse yaro ab Nhi kuchh or mere pas me,
पूरा दिन जो पसीना बहाए रहते हैं ज्यादातर झुंझलाये घर का बोझ सर पर उठाए डट के हर हालत से लड़ जाए पापा मेरे जो कहलाए || बच्चों के लिए हर कष्ट उठाए खुद अनपढ़ पर बच्चों को पढ़ाएं पढ...
तुम्हारे हज़ारो अच्छे काम तब तक ही अच्छे है, जब तक के तुम कोई एक छोटी सी गलती नहीं कर देते || In Hinglish 👇👇👇 Tumhare hazaro achhe kam tab tak hi achhe he, Jab tak ke tum koi ek chhoti si galti nhi kar dete ||
माना के तुम्हे नहीं दिखे हमारे आँसू , इसका मतलब ये तो नहीं के हम रोये नहीं , सुना था आँखे पढ़ लेती हो तुम हमारी , पढ़ो कभी के जान जाओगी कितने रात हम सोये नहीं , माना के ऊपर से सही सलाम...
बेहद मोहब्बत है तुमसे जी जान से तुमको चाहता हुँ , बस वक़्त ही है दीवार मेरा जिसे देख के मे घबराता हुँ , हालत मेरी क्या बतलाऊ क्या जद्दोजहद मेरे मन मे है , हुँ मे उस रोज़ेदार की तरह ...
समंदर किनारे वो सूर्यास्त की झलकियां दिन ढलने पर लौटती हुई कश्तिया तेरे साथ की हुई छोटी छोटी मस्तिया आज सताती है सब बन के अश्कियाँ | उलटी सीधी हरकतो से तेरा मुझे सताना तेरी कि हुई छोटी बड़ी गलतियां मेरे लिए तेरे रूह किया सिसकियाँ याद अति है आज बन के अश्कियाँ | फ़ोन पर किया हुई ढेर सारी बतिया बातो बातो मे जागना आधी आधी रतिया तुझे दी हुई गुलाब कि वो कालिया बन कर रह गयी आज सारी अश्कियाँ | तेरे साथ कि हुई वो खट्टी मीठी लड़ाईयाँ तेरे साथ ली हुई सारी अंगड़ाईयाँ तेरे लिए छोड़ी जो हमने पढ़ाईयाँ जान ले लेती है हर एक अश्कियाँ | अश्क़ तो उन आँसुओ को कहते है जो आँखों से निकला करते है जब दिल से बहे दर्द का दरिया तो उसे कहते है अश्कियाँ |
देख के तुझको मेरा यूँ ठहर सा जाना तुझसे बात करते वक़्त मेरा अजीब सा घबराना तेरे चेहरे के इक निशान पे मेरे नज़रो का रुक जाना ये भी मोहब्बत है || आंखे मेरी चाहे तुझे इक टक से देखना हक़ नहीं पर चाहता हुँ हक़ीक़त करना चाहे दिल पूरा दिन सिर्फ तेरे बारे मे सोचना ये भी मोहब्बत है || छोटी छोटी बातो मे तेरा यूँ नाजुक हो जाना आँसु छुपाने की साज़िश मे बार बार मेरी तरफ देखना इन्ही हरकतो से दिल के आख़री छोर तक उतर जाना ये भी मोहब्बत है || तेरी क़ातिलाना नज़रो पे पूरी शाम का यूँ गुज़र जाना रातो को तेरी यादो मे मेरी नींद का घर के बाहर रहना और सुबह सुबह तेरा मेरी चाय मे घुल जाना ये भी मोहब्बत है || तेरे बारे मे जिगरीयों को भी कुछ ना बता पाना इतनी सी उम्र मे तुझे मेरी शायरी मे घसीट लाना मालूम पड़ता है अनजाने मे मेरा इक तरफा आशिक हो जाना ये भी मोहब्बत है ||